Shaashwati

"Do Never Die, Nor Cause Death; But Resist Death to Death."

Friday, September 24, 2010

Bhoomika

भूमिका 

परमप्रेममय श्री श्री ठाकुर अनुकूलचंद्र जी ने
देवघर आने के बाद ही विभिन्न विषयों पर जो वाणियाँ  दी
उनमें से ९९० वाणियाँ को संग्रह कर प्रकाशित हुआ शाश्वती  ग्रन्थ.  

उसी ग्रन्थ के अखंड संस्करण का हिंदी अनुवादित अंश 
आपके लिये प्रस्तुत है. 

जयगुरु !

No comments:

Post a Comment