Shaashwati

"Do Never Die, Nor Cause Death; But Resist Death to Death."

Friday, September 24, 2010

Satta Sachchidanandmay Hai

सत्ता सच्चिदानन्दमय है
 सत्ता सच्चिदानन्दमय है,
असत-निरोधी स्वतः ही, 
सच्चिदानन्द का परिपोषक है जो वही है धर्म 
धर्म मूर्त्त होता है आदर्श में 
आदर्श में दीक्षा लाती है अनुराग 
अनुराग लाता है वृत्ति-नियंत्रण 
वृत्ति-नियंत्रण लाता है धृति 
धृति लाती है सहानुभूति 
सहानुभूति लाती है संहति 
संहति से आती है शक्ति 
शक्ति लाती है संवर्द्धना ; 
और, यह धृति लाती है प्रणिधान 
प्रणिधान से ही आती है समाधि, 
और, समाधि से ही आता है कैवल्य -- 
तृष्णा का एकान्त निर्वाण 
महाचेतनसमुत्थान !
--: श्री श्री ठाकुर

1 comment:

  1. पूज्यनीय बबादा के आशीर्वाद से इस महान वाणी पर मैंने अपनी आत्म अनुभूति लिखी है.

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